सदर अस्पताल प्रबंधन ने आरोपों को नकारा, कहा- इलाज में नहीं बरती गई लापरवाही
10 दिन सदर अस्पताल में रही भर्ती, निजी अस्पताल की महिला डॉक्टर ने कहा पेट में प्लेसेंटा छूटने से फैला इन्फेक्शन
समस्तीपुर सदर अस्पताल में एक गर्भवती महिला की लापरवाही से इलाज और ऑपरेशन करने का मामला सामने आया है। इससे महिला की स्थिति काफी गंभीर बनी हुई है और प्रसव के दौरान बच्चे की भी मौत होने की खबर है। पीड़ित महिला की पहचान मुक्तापुर के विक्की कुमार की पत्नी माधुरी कुमारी के रूप में बताई गई है। घटना के संबंध में परिजनों का बताना था कि उन लोगों ने नॉर्मल डिलीवरी के लिए गर्भवती माधुरी कुमारी को सदर अस्पताल में बीते 19 नवंबर को भर्ती कराया था। जहां ऑन ड्यूटी डॉ अदिति के द्वारा 20 नवंबर को लापरवाही से ऑपरेशन किया गया था। इसमें उनका बच्चा भी नहीं बच पाया था। वहीं इस ऑपरेशन में डॉ अदिति ने प्लेसेंटा प्रसूता के पेट में ही छोड़ दिया था। इससे उस महिला मरीज का पेट फुला हुआ था और वह 10 दिनों तक सदर अस्पताल में ही इलाजरत थी।
इससे उस महिला मरीज को काफी परेशानी हो रहे थे और अंत में परिजन उसे एक निजी अस्पताल में ले गए। जहां सदर अस्पताल में हुई लापरवाही भरे ऑपरेशन का राज खुल गया। निजी अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि महिला मरीज के पेट में प्लेसेंटा पड़ा हुआ है और इससे इंफेक्शन उनके सारे शरीर में फैल गया है। जिस कारण उस महिला मरीज की स्थिति काफी गंभीर बनी हुई थी। वही जब 2 दिसंबर को इसकी शिकायत करने परिजन सदर अस्पताल पहुंचे तो डॉक्टरों ने उसे पीएमसीएच रेफर कर दिया।
वहीं इस संबंध में सदर अस्पताल के मैनेजर डॉ विश्वजीत रामानंद ने बताया कि महिला के पेट में प्लेसेंटा छोड़े जाने की बात गलत है। महिला का सदर अस्पताल के चिकित्सकों के द्वारा उचित व सावधानी पूर्वक ऑपरेशन किया गया था। महिला के पेट से मरा हुआ बच्चा पैदा हुआ था। सदर अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद संभवत टांका टूटने की वजह से महिला संक्रमित हो गई होगी। इस कारण इसे परेशानी हुई होगी। परिजनों के कहने पर उसे पीएमसीएच रेफर कर दिया गया है।
बता दें कि सदर अस्पताल में पदस्थापित गाइनेकोलॉजिस्ट डॉ आदिति प्रियदर्शनी के विरुद्ध एक विधायक के द्वारा अपनी ड्यूटी को छोड़कर पटना स्थित अपने क्लिनिक पर विशेष रूप से ध्यान देने का आरोप भी लग चुका है।