जिला राजद प्रवक्ता राकेश कुमार ठाकुर ने कहा है कि बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) के द्वारा ली गयी तीसरे चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा के प्रश्न पत्र व आंसर लीक मामले में प्रश्न पत्र की छपाई करने वाली एजेंसी और प्रिंटिंग प्रेस पर कार्रवाई किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) के सूत्रों के मुताबिक हजारीबाग में छापेमारी के दौरान साॅल्वर गिरोह के पास मिले प्रश्नपत्र पर बारकोड नहीं मिला है। इससे आशंका जतायी जा रही है कि प्रश्न पत्र छपाई के लिए प्रेस में जाने से पहले या छपाई से पहले ही लीक हुई थी। यह प्रश्न पत्र सॉल्वर गिरोह को पेन ड्राइव में सॉफ्ट कॉपी के रूप में मिला था। शक है कि इसमें परीक्षा संचालन से जुड़ा कोई अहम व्यक्ति शामिल हो सकता है।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि बिहार सरकार शिक्षित युवाओं का भविष्य अंधकारमय कर रही है। पेपर लीक मामला बिहार के करोड़ों युवाओं एवं अभ्यर्थियों के साथ धोखा व छलावा है। यह सरकार की विफलता का परिचायक है। हर हाल में इस परीक्षा को रद्द किया जाना चाहिए तथा दोषियों पर कठोरतम कार्रवाई किया जाना चाहिए।