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निफ्ट से किया टेक्सटाइल डिजाइनिंग का कोर्स, हैंडलूम उद्योग में आजमाया हाथ, आज ग्लोबल हुआ प्रोडक्ट

कुंदन कुमार/गया. आजकल खाने से लेकर पहनने और घर से लेकर बहार तक सभी चीज डिजाइनर हो गया है. पिछले कुछ वर्षों में टेक्सटाइल डिजाइनिंग का स्कोप काफी बढा है. युवा इसकी और काफी अग्रसर हो रहे हैं. गया का रूपक कुमार भी इस क्षेत्र में कम समय अपनी अलग पहचान बना ली है. बोधगया में हैंडलूम से चटाई, डोर मेट, आसन आदि का निर्माण कर रहे हैं और इसकी खूब डिमांड हो रही है. इन्होंने टैक्सटाइल डिजाइनर की पढ़ाई कर नौकरी नहीं कर खुद का काम शुरू किया.

टेक्सटाइल डिजाइनर की पढ़ाई के बाद घर में ही शूरू किया काम

 

आज हम एक ऐसे टैक्सटाइल डिजाइनर की बात करने जा रहे हैं जो निफ्ट से टेक्सटाइल डिजाइनर की पढ़ाई करने के बाद घर में ही हैंडलूम से विभिन्न तरह के वस्त्र का निर्माण कर रहे हैं. जी हां हम बात कर रहे हैं. गया जिले के बोधगया के रहने वाले रूपक कुमार की. बोधगया में हैंडलूम से चटाई, डोर मेट, आसन आदि का निर्माण कर रहे हैं और इसकी खूब डिमांड हो रही है. इनके द्वारा तैयार की चटाई और डोर मेट की बोधगया के लोकल मार्केट के अलावे खादी ग्राम उद्योग में होती है.

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देश के विभिन्न हिस्सों में लगने वाले मेला में की जाती है. बोधगया में देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालु भी इनके हैंडलूम से तैयार चटाई की खरीदारी योगासन तथा महाबोधि मंदिर में पूजा करने के दौरान बैठने के लिए किया जाता है. हैंडलूम के उद्योग से रूपक को अच्छी कमाई हो रही है. आज कई महिलाओं को रोजगार भी दे रखा है.

लगा कि घर में रहकर कुछ रोजगार करना चाहिए

लोकल 18 से बात करते हुए रूपक कुमार बताते हैं कि पढ़ाई पूरी करने के बाद लगा कि घर में रहकर कुछ रोजगार करना चाहिए और दूसरे लोगों को भी अपना हुनर दे सके. इसके लिए घर में ही एक छोटे से फ्रेम से चटाई बनाने का काम शुरू किए. उसके बाद एक संस्था खोलकर 5 हैंडलूम खरीदा और इससे बड़े पैमाने पर डोर मेट, चटाई, आसन आदि का निर्माण शुरू कर दिया.

हैंडलूम लगने के बाद बोधगया क्षेत्र के 50 से अधिक महिलाओं को निशुल्क इसका प्रशिक्षण दिया गया. उन्हें विभिन्न तरह के वस्त्र बनाने के बारे में जानकारी दी गई. कई महिलाओं को रोजगार भी दिया गया है. यह महिलाएं इससे जुड़कर अच्छी कमाई कर रही हैं.

देश से लेकर विदेश तक में है खूब डिमांड

रूपक बताते हैं कि इनके उद्योग में उन और धागे से कई तरह के वस्त्र तैयार किए जाते हैं. जिसकी डिमांड बोधगया में खूब है. इसके अलावा यह खादी ग्राम उद्योग को अपना प्रोडक्ट दे देते हैं. साथ ही साथ बोधगया एक पर्यटन स्थल है. यहां बड़ी संख्या में देसी-विदेशी लोग आते हैं.

विदेशी लोग भी इसकी खरीदारी खूब करते हैं. छोटे-छोटे आसान और डोर मेट खरीद कर ले जाते हैं. इसके अलावा विदेशों में सप्लाई करने के लिए कई पर्यटकों से ऑर्डर आ चुका है. गया तथा आसपास के लोग हैंडलूम से तैयार आसन, चटाई या डोर मेट की खरीदारी करना चाहते हैं तो वह इनके मोबाइल नंबर 9934932001 पर सम्पर्क कर सकते हैं.

Tags: Bihar News, Gaya news, Local18

 

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